भारत में एक आम बिजनेस को लेकर आम धारणा होती है कि बिजनेस तभी किया जा सकता है जब इसके लिए बहुत पैसे हो। लेकिन बिजनेस के बारे में यह सच्चाई है कि यह पैसे से नहीं बल्कि शानदार आइडिया से चलता है। कारोबार लिए पैसो की जरूरत होती है, बल्कि यह अनिवार्य शर्त भी होती है। लेकिन अगर कारोबार का आइडिया शानदार नही रहेगा सिर्फ पैसो ही रहेंगे तो नहीं चल पायेगा। वहीँ आइडिया शानदार है तो पैसे बिजनेस लोन के जरिए भी लिए जा सकते है। क्या कोई यह कल्पना भी कर सकता कि कचरे से भी करोड़ो रूपये कमाएं जा सकते हैं? लेकिन यह हकीकत है। यह कर दिखाया है अहमदाबाद के संदीप पटेल और उनके 3 दोस्तों में मिलकर। आइए जानते है की संदीप के सफलता की कहानी और कबाड़ के बिजनेस के बारे में।
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संदीप के सफलता की कहानी
संदीप और उनके 3 दोस्त अहमदाबाद के रहने वाले है। यह गुजरात में बिजनेस करते है। इन लोगों को सड़क किनारे बिखरे, तलाबो के किनारे पड़े इत्यादि जगहों पर पसरे कचरों को देखते समय बहुत बुरा लगता था। इस समस्या को जड़ से समाप्त करने एवं इससे पैसा कमाने का तरीका खोज निकाला। इन चारों लोगों, जिसमे संदीप, ध्रुमिन, चिराग, और रवि शामिल थे, ने अपनी कंपनी ‘नेपरा रिसोर्स मैनेजमेंट सोसाइटी अहमदाबाद में अलग – अलग टाउनशिप्स और कलेक्शन सेंटर के द्वारा कचरे को बटोरते है और इस कचरे को प्रोसेसिंग प्लांट में डालकर मटीरियल बनाया जाता है। इस मैटेरियल को पेपर, प्लास्टिक, स्टेशनरी के क्षेत्र में काम करने वाली मैन्यूफैक्चरिंग कंपनियों को बेच दिया जाता है। इस तरह कम खर्चे में मोटा मुनाफा कमाया जा रहा है।
कमाल का आइडिया
संदीप की कंपनी ‘नेपरा’ अपने ब्रेंड लेट्स रिसाइकल के द्वारा कचरा प्रबंधन का कार्य करती है। कचरे से मैटेरियल बनाए जाने के बाद उस मैटेरियल को अन्य पेपर, प्लास्टिक, स्टेशनरी बनाने वाली कंपनियों को बेच दिया जाता है। इससे कंपनी को बेहतर मुनाफा प्राप्त होता है। इस कार्य के लिए संदीप की कंपनी नगर निगम के साथ मिलाकर कार्य करती है, इसके साथ ही कबाड़ उठाने वालों को भी साथ जोड़े हुए है। इस तरह से कंपनी का यह प्रयास है की जो कचरे बीनने वाले लोग है उनको किसी तरह समाज की मुख्यधारा से जोड़ा जाए।
कैसे चल निकला बिजनेस
संदीप की कंपनी 6 साल पुरानी है। संदीप बताते है कि इन 6 वर्षो के सफर में अपने इंफ्रास्ट्रकचर को खड़ा करने में भरपूर निवेश किया गया। प्रोसेसिंग प्लांट को शुरू करने के लिए 1 करोड़ रूपये का निवेश हुआ, जिसमे 1दिन में 100 मैट्रिक टन कचरे को रिसाइकल करने की क्षमता है। संदीप साथ ही यह जोड़ना नही भूलते कि कंपनी अपने साथ 1800 कचरा उठाने वालों को अपने साथ जोड़ चुकी है और 2500 कलेक्शन पॉइंट स्थापित किए जा चुके है। कंपनी के रेवेन्यू बढ़ाने में कचरे का बिजनेस महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।
संदीप ने वाकई वह कर दिखाया जिसे बहुत कम लोग करने की सोचते भर है। अगर आप भी कचरे का बिजनेस शुरू करना चाहते है तो यह आपके लिए बहुत ही फायदेमंद हो सकता है। इसके लिए आपको अधिक जगह की भी जरूरत नहीं पड़ती। अगर पहले से ही कोई बिजनेस चला रहे है तो उसके साथ भी इसे कर सकते है। संदीप ने चूंकि बड़े पैमाने पर शुरू किया था तो उनको बड़ी रकम इन्वेस्ट करना पड़ा। आप चाहे तो इसे छोटे स्तर पर कर सकते है। मशीनरी खरीदने के लिए मशीनरी लोन का इस्तेमाल कर सकते है। अन्य खर्चों के लिए बिजनेस लोन ले सकते है। अगर आपका बिजनेस दो साल पुराना है तो ZipLoan दे रहा है आपको मात्र 3 दिनों के अंदर, न्यूनतम कागजों पर, घर बैठे ऑनलाइन आवेदन पर 1 से 5 लाख तक का बिजनेस लोन।
SOURCE – NEWS18
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