लघु उद्योग लोन बिजनेस लोन को कहते हैं। देश की प्रमुख एनबीएफसी ZipLoan कंपनी द्वारा एमएसएमई कारोबारियों को 7.5 लाख रुपये तक का बिजनेस लोन सिर्फ 3 दिन* में प्रदान किया जाता है। आइये समझते हैं कि अन्य लघु उद्योग लोन कैसे मिलता है।
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लघु उद्योग लोन क्या है?
जब किसी स्माल या मिडियम साइज का बिजनेस शुरु करने के लिए या पहले से चल रहे एमएसएमई बिजनेस का विस्तार, बिजनेस के आवश्यक खर्चों को पूरा करने के लिए के लिए लोन आवेदन किया जाता है, तो उसे लघु उद्योग लोन या बिजनेस लोन कहते हैं।
लघु उद्योग लोन या बिजनेस लोन देश के सभा सरकारी – प्राईवेट बैंको के साथ एनबीएफसी कंपनीयों से प्राप्त किया जा सकता है।
हालांकि सरकार द्वारा समय – समय पर लघु उद्योग लोन या बिजनेस लोन के लिए सरकारी लोन योजना का संचालन भी किया जाता है। इन योजनाओं में प्रधानमंत्री मुद्रा लोन योजना प्रमुख लोन योजना है।
लघु उद्योग लोन किसे मिल सकता है?
अपने देश में हर किसी को यह सुविधा प्राप्त है की वह अपने मनमुताबिक काम करें, अपने मनमुताबिक बिजनेस करें, अपने मनमुताबिक भोजन करें और अपने मनमुताबिक पहनावा पहनें। इसे हम इस तरह भी कह सकते हैं कि सभी व्यक्तियों को अपने मनमुताबिक सभी कार्य करने की पूर्ण आज़ादी प्राप्त है।
ऐसे में इस सवाल का कोई महत्व नहीं बनता है कि लघु उद्योग लोन किसे मिल सकता है और किसे नहीं। बल्कि सवाल यह होना चाहिए कि लघु उद्योग लोन-बिजनेस लोन कैसे मिलता है?
लघु उद्योग लोन-बिजनेस लोन प्राप्त करने की पात्रता क्या होती है और लघु उद्योग लोन-बिजनेस लोन लेने के लिए कागजात क्या – क्या चाहिए होता है।
वैसे आपको जानकारी के लिए बता दें कि भारत में हर उस व्यकि को लघु उद्योग लोन-बिजनेस लोन मिल सकता है, जो कोई स्वरोजगार करना चाहते हैं या पहले से ही बिजनेस कर रहें हैं।
लघु उद्योग लोन-बिजनेस लोन कैसे मिलता है?
बिजनेस चलाने के लिए लोन मिलना आज की तारीख में बहुत आसान हो गया है। वर्तमान में कई बैंक और एनबीएफसी कम्पनियां हैं जहां से बिजनेस लोन बहुत आसानी से मिल जाता है।
लघु उद्योग लोन-बिजनेस लोन प्राप्त करने के लिए 6 स्टेप को फॉलो करना होता हैः
- कितना लघु उद्योग लोन-बिजनेस लोन की जरुरत है, इसका विवरण तैयार करना।
- लघु उद्योग लोन-बिजनेस लोन के लिए कंपनी या बैंक का सलेक्ट करना।
- बैंक-एनबीएफसी से लघु उद्योग लोन-बिजनेस लोन मिलने की पात्रता चेक करना।
- लघु उद्योग लोन-बिजनेस लोन के लिए जरुरी कागजातों को इक्कठा करना।
- और अंतिम में लघु उद्योग लोन-बिजनेस लोन के लिए अप्लाई कर देना।
- वेरिफिकेशन की प्रक्रिया कम्पलीट कराना।
कितना लघु उद्योग लोन-बिजनेस लोन की जरुरत है
एक प्रसिद्ध कहावत है कि जितना बड़ी चादर हो, पैर को उतना ही फैलाना चाहिए। यह कहावत लोन लेते वक्त याद रखना चाहिए। क्योंकि लोन एक फाइनेंशियल प्रोडक्ट है। इसपर ब्याज दर लागू किया जाता है।
ऐसे में लोन कितना लेना है, यह इस बात पर निर्भर होता होता है कि आपके बिजनेस को कितने धन की आवश्यकता है। बिजनेस में जितने धन की आवश्यकता हो, उसी के अनुसार लघु उद्योग लोन-बिजनेस लोन के लिए आवेदन करना चाहिए।
बिजनेस में धन की आवश्यकता की गणना करने के लिए सबसे सरल उपाय है कि आप अपने बिजनेस का प्रोजेक्ट बनाइए। बिजनेस प्रोजेक्ट पर बिजनेस का विस्तार करने संबंधित सभी खर्चों को लिखिए।
इसे भी जानिएः बिजनेस लोन प्रोजेक्ट कैसे बनाए
इससे यह अंदाजा बहुत असानी से हो जाएगा कि आपको कितना लघु उद्योग लोन-बिजनेस लोन लेना चाहिए। जिससे कि आपके बिजनेस का विस्तार असानी के साथ हो सके और आपको बिजनेस लोन की ईएमआई भरने में किसी तरह की कोई आर्थिक कठिनाई का सामना भी न करना पड़े।
लघु उद्योग लोन के लिए कंपनी या बैंक का सलेक्ट करना
किसी भी मार्केट में तमाम रेस्टोरेंट होता है। लेकिन आप ऐसे ही किसी रेस्टोरेंट पर भोजन करने नहीं चले जाते है। पहले आप यह जानकारी प्राप्त करते हैं कि किस रेस्टोरेंट में आपके सुविधानुसार बेहतर खाना मिलता है। फिर आप खाना खाने जाते है।
ठीक इसी तरह आप किसी भी बैंक या कंपनी से लघु उद्योग लोन-बिजनेस लोन नहीं ले सकते हैं। क्योंकि हो सकता है कि आपको लोन अधिक ब्याज दर पर मिल जाये, प्री-पेमेंट चार्जेस फ्री की सुविधा न मिले या लोन वापस करने के लिए कम समय मिले।
इसलिए आपको लघु उद्योग लोन-बिजनेस लोन के लिए कंपनी या बैंक का सलेक्ट करते समय निम्नलिखित बातों का ध्यान रखना अनिवार्य होता हैः
- लघु उद्योग लोन-बिजनेस लोन की ब्याज दर कितनी है?
- बिजनेस लोन बिना कुछ गिरवी रखे मिल रहा है यो प्रॉपर्टी गिरवी रखकर?
- लोन पर प्री-पेमेंट चार्जेस फ्री की सुविधा है या नहीं है?
- लघु उद्योग लोन-बिजनेस लोन के लिए की पात्रता अधिक तो नहीं है?
- लोन के लिए बहुत अधिक कागजातों की मांग तो नहीं हो रहीं?
बिजनेस लोन मिलने की पात्रता चेक करना
जिस भी बैंक या एनबीएफसी कंपनी से लोन मिलता है वहां लोन मिलने की कुछ पात्रता तय की जाती है। पात्रता जांचने के लिए संबंधित बैंक या कंपनी की वेबसाइट पर जाना होता है। वेबसाइट पर सभी तरह के लोन प्राप्त करने की पात्रता यानी एलिजबिलिटी दिया गया होता है।
इसे भी जानिएः बिज़नेस लोन के फायदे
संबंधित बैंक/कंपनी की वेबसाइट से व्यक्ति बिजनेस लोन की पात्रता जाँच कर सकता है। पात्र होने पर लोन के लिए आवेदन कर सकता है। लेकिन इसके लिए पहले जरूरी कागजात इक्कठा करना होता है।
बिजनेस लोन के लिए जरूरी कागजात
जो भी बैंक या नॉन बैंकिंग फाइनेंशियल कंपनी बिजनेस लोन प्रदान करते हैं वह कुछ जरूरी कागजात की मांग करते हैं। बिजनेस लोन के लिए कागजातों की लिस्ट में निम्न कागजात शामिल हो सकता है:
- आधार कार्ड
- पैन कार्ड
- बैंक स्टेटमेंट
- आईटीआर की कॉपी
- घर या बिजनेस की जगह का प्रूफ
- बिजनेस रजिस्ट्रेशन पेपर
बिजनेस लोन के लिए अप्लाई करना
वर्तमान समय में पूरी बैंकिंग प्रक्रिया ऑनलाइन हो चुकी है। फाइनेंशियल प्रक्रिया ऑनलाइन होने के कारण बिजनेस मिलना बहुत आसान हो गया है।
बिजनेस लोन के लिए ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरह से आवेदन होता है। ऑनलाइन लोन आवेदन करने के लिए संबंधित बैंक/कंपनी की वेबसाइट लॉग इन करना होता है।
वेबसाइट ओपन होने के बाद खुद की पर्सनल डिटेल्स के साथ बिजनेस से संबंधित डिटेल्स भरना होता है। सभी डिटेल्स भरने के बाद कागजात अपलोड करना होता है।
कागजात अपलोड करने के बाद सबमिट बटन पर क्लिक कर देना होता है। इस तरह देखा जाये तो बिजनेस लोन पाने की प्रक्रिया बेहद आसान और सुरक्षित है।
लघु उद्योग के लिए लोन लेना आसान है। सरकार द्वारा लघु उद्योग के लिए कई लोन योजना चलाई जा रही हैं। जैसे मुद्रा लोन योजना प्रमुख लोन योजना है। मुद्रा योजना में एमएसएमई को 10 लाख रुपये तक का बिजनेस लोन मिलता है। इसके अतिरिक्त भी लघु उद्योगों को लोन लेने में किसी तरह की कोई समस्या न हो, इसके लिए भारतीय लघु उद्योग विकास बैंक (SIDBI ) ने सूक्ष्म और लघु उद्यमों ( CGTMSE ) के लिए क्रेडिट गारंटी फंड ट्रस्ट की स्थापना की है। क्रेडिट गारंटी फंड ट्रस्ट से 25 लाख रुपये से 5 करोड़ रुपये तक का लोन मिल जाता है।
लघु उद्योग में निम्नलिखित उद्योग आते हैं-
1. हर्बल सामान जैसे साबुन, तेल आदि बनाना
2. हाथ से बने चॉकलेट बनाना
3. कुकी व बिस्कुट बनाना (Parle कंपनी की शुरुआत भी ऐसे ही हुई थी)
4. देशी माखन, घी व पनीर बनाना और डिब्बा बंद कर बेचना
5. मोमबत्ती व अगरबत्ती बनाना
6. टॉफ़ी व चीनी की मिठाई बनाना
7. सोडा व अलग फ्लेवर्ड ड्रिंक बनाना
8. फलों का गूदा निकालना व बेचना (Fruit pulp extraction & sale)
9. क्लाउड किचन खोलना (Cloud kitchen – Swiggy/Zomato पर खाना बेचना)
10. घर में इस्तेमाल किया जाने वाला कूलर बनाना
11. फैंसी जेवेलरी बनाना
12. डिस्पोजेबल कप-प्लेट बनाना
13. एल्युमीनियम का सामान जैसे बर्तन बनाना
14. हॉस्पिटल में उपयोग किए जाने वाला स्ट्रेचर बनाना
15. करंट मापने वाला पर मीटर या वोल्ट मीटर बनाना
16. गाड़ी में लगने वाली हेडलाइट बनाना
17. कपड़े या चमडे का बैग बनाना
18. बटुआ व हैंडबैग बनाना
19. मसाले बनाने का काम
20. कांटेदार तार बनाना (fence)
21. टोकरी बनाना
22. चमड़े का बेल्ट जूता या चप्पल बनाना
23. जूते साफ करने की पॉलिश बनाना
24. कपड़े रखने का बक्सा या अटैची बनाना
25. प्लेट व कटोरी बनाना
26. झाड़ू बनाना
27. पारम्परिक औषधियां बनाना
28. पेपर बैग व लिफाफे बनाना
इत्यादि
उद्योग आधार एक योजना है, जिसके तहत एमएसएमई को सरकारी लोन और अन्य सुविधा प्रदान करने में प्राथमिकता दी जाती है। उद्योग आधार रजिस्ट्रेशन जिस व्यवसाय का हो चुका होता है, उन बिजनेस को जिला उद्योग कार्यालय से लोन मिल सकता है। जिला उद्योग विभाग से लोन लेने के लिए सर्वप्रथम जिला उद्योग केंद्र की आधिकारिक वेबसाइट https://udyogaadhaar.gov.in/ लॉग-इन करें। इसके बाद निम्नलिखित स्टेप फॉलो करें-
· आधिकारिक वेबसाइट पर आपको अपना नाम और आधार नंबर भरना है।
· इसके बाद आधार से रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर के लिए ओटीपी जेनरेट करना है।
· आपके मोबाइल पर एक ओटीपी आएगा, जिसे आपको वहां एंटर करना है।
इसके बाद आप जिला उद्योग केंद्र लोन योजना के लिए ऑनलाइन आवेदन कर पाएंगे।
लघु उद्योग का रजिस्ट्रेशन करने का प्रोसेस जानने के लिए निम्नलिखित ब्लॉग पढ़ें- लघु उद्योग का रजिस्ट्रेशन कैसे करे?
सभी उद्योग में मुनाफा होता है। हालांकि इसके लिए सही दिशा में मेहनत किया जाना चाहिए। आप निम्नलिखित उद्योग में से कोई भी उद्योग लगा सकते हैं-
1. डिस्पोजेबल कप-प्लेट बनाना
2. एल्युमीनियम का सामान जैसे बर्तन बनाना
3. हॉस्पिटल में उपयोग किए जाने वाला स्ट्रेचर बनाना
4. करंट मापने वाला पर मीटर या वोल्ट मीटर बनाना
5. गाड़ी में लगने वाली हेडलाइट बनाना
6. कपड़े या चमडे का बैग बनाना
7. बटुआ व हैंडबैग बनाना
8. मसाले बनाने का काम
9. कांटेदार तार बनाना (fence)
10. टोकरी बनाना
11. चमड़े का बेल्ट जूता या चप्पल बनाना
12. जूते साफ करने की पॉलिश बनाना
13. कपड़े रखने का बक्सा या अटैची बनाना
14. प्लेट व कटोरी बनाना
15. झाड़ू बनाना
16. पारम्परिक औषधियां बनाना
17. पेपर बैग व लिफाफे बनाना
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