भारत सरकार ने गुरुवार को टेलीफोन, स्मार्टवॉच और संचार के दूसरे आयटम पर आयात शु्ल्क बढ़ा दिया है। यह दूसरी बार है जब सरकार ने आयात शुल्क बढ़ाया है। इससे पहले 26 सितंबर को घरेलू रेफ्रिजरेटरों और एअर कंडीशनरों सहित 19 वस्तुओं पर आयात शुल्क बढ़ाया गया था। व्यापार घाटे और डॉलर के मुकाबले लगातार गिरते रुपये को देखते हुए भारत सरकार ने गुरुवार को यह निर्णय लिया।
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भारत सरकार ने ये वजह बताई-
सरकार ने चालू खाते के घाटे को बढ़ने से रोकने के लिए गैर जरूरी आयात में कमी लाने की घोषणा की थी। केंद्रीय उत्पाद एवं सीमाशुल्क बोर्ड ने एक अधिसूचना में कहा कि आयात शुल्क में बढ़ोत्तरी 12 अक्टूबर से प्रभाव में आ जाएगी। बोर्ड की ओर से जारी नोटिफिकेशन में कहा गया है कि केंद्र सरकार का यह मानना है कि कस्टम टैरिफ एक्ट 1975 के चैप्टर 85 के तहत आने वाले सामान पर आयात शुल्क बढ़ाया जाना चाहिए और अभी के हालात इस पर फौरन कदम उठाने के लिए जायज है।
इन सामानों पर बढ़ी कस्टम ड्यूटी-
एक अधिसूचना में, सीबीआईसी ने कहा है कि केंद्र सरकार ने कस्टम टैरिफ एक्ट, 1975 के फर्स्ट शेड्यूल के चैप्टर 85 में तहत आने वाले उत्पादों पर कस्टम ड्यूटी तत्काल प्रभाव से बढ़ाने का फैसला किया है। जिन सामानों पर कस्टम ड्यूटी बढ़ाई गई है उनमें स्मार्ट घड़ियों के अलावा, ऑप्टिकल ट्रांस्पोर्ट के सामान, व्हाइस प्रोटोकॉल इंटरनेट के सामान हैं।
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ये ड्यूटी में बढ़ोतरी आज रात से ही चालू होगी। सरकार ने मोबाइल फोन को असेंबल करने वाले सर्किट बोर्ड पर मिलने वाली छूट को भी हटा दिया है। माना जा रहा है कि गैर जरूरी उत्पादनों के आयात को रोकने के लिए सरकार ने ये कदम उठाया है।
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