ऑनलाइन खरीदारी प्लेटफॉर्म एमेजॉन कंपनी की भारतीय संस्करण एमेजॉन इंडिया के प्लेटफॉर्म पर मौजूद भारतीय विक्रेता संयुक्त अरब अमीरात (UAE) और पश्चिम एशिया के दुसरे बाजारों में अपने सामान की बिक्री कर पाएंगे. देश से बाहर सबसे ज्यादा भारतीय इन्ही देशों में रहते हैं. मार्केटप्लेस सूक (Souq) के सह संस्थापक रोनाल्डो ने बताया कि ज्वैलरी, अपैरल, ब्यूटी और ग्रॉसरी इत्यादि प्रॉडक्ट्स की बिक्री UAE में काफी बढ़ सकती है। विदित हो की एमेजॉन ने 2017 में ही सूक को खरीद लिया था। इकॉनामिक टाइम्स से इन्टरव्यू में रोनाल्डो ने बताया कि “हमारे पास पहले से ही सूक के जरिए बड़ा कस्टमर बेस था, जो एमेजॉन UAE पर रजिस्टर्ड है। एमेजॉन ने इस इलाके के लिए एक्पैंशन प्लान की तहत यूएई में दो फुलफिलमेंट सेंटर भी बनाए गए हैं।’

सूक (Souq) को 58 करोड़ डॉलर में खरीदा था एमेजॉन ने

2017 में एमेजॉन ने सूक को 58 करोड़ डॉलर का कैश में भुगतान कर खरीद लिया था. फिर fillngs.Souq.com SE Amazon.ae बन गई. वेबसाईट का कहना है की इस फ्री में पेशेवरों को खाता खोलने के लिए इंसेटिव दिए जा रहे है. एमेजॉन भारत के मुखिया अमित अग्रवाल ने पिछले महीने बताया था की कंपनी के ग्लोबल सेलिंग प्रोग्राम से ही 5 अरब डॉलर की बिक्री होने का अनुमान है। फिलहाल इस प्रोग्राम के जरिए 1 अरब डॉलर की बिक्री हो चुकी है।

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भारतीय सेलर्स को बड़ा मौका

एमेजॉन भारत के सेवा विभाग के उपाध्यक्ष गोपाल पिल्लई ने बताया, ‘’भारतीय सेलर्स और ब्रांड्स के लिए यूएई बड़ा मौका होगा। वहां यूएई कस्टमर के साथ ही भारतीय कस्टमर की ओर से भी काफी मांग है। जिन कैटेगरी में भारत की मैन्युफैक्चरिंग इंडस्ट्री मजबूत है, उसके सेलर्स अब आसानी से यूएई को 30वें राज्य के तौर पर गिन सकते हैं।’

विदेश में बड़ी संख्या में रहते है भारतीय

UAE के वाणिज्य बाजार तक़रीबन 4 फीसदी ऑनलाइन है. एक अनुमान के मुताबिक संयुक्त राज्य अमेरिका में तक़रीबन 20 लाख प्रवासी भारतीय रहते है, जो वहां की टोटल आबादी के 27 फीसदी है. वाणिज्य विभाग के मुताबिक वित्त वर्ष 2017 में भारत से UAE को टोटल अरब डॉलर का एक्सपोर्ट हुआ था।

भारतीय सेलर्स अब सीधे यूएई में कस्टमर को प्रॉडक्ट्स बेच सकते हैं

रोनाल्डो का कहना है की, ‘’भारत और UAE के बीच पहले से ही बिजनेस टु बिजनेस (B2B) व्यापार हो रहा है. हालांकि यह सिर्फ कुछ व्यापारियों के बीच सिमटा हुआ है। हम यूएई में काफी संभावनाएं देख रहे हैं और भारतीय सेलर्स अब सीधे यूएई में कस्टमर को प्रॉडक्ट्स बेच सकते हैं।’ एमेजॉन कंपनी भी इंटरनेशनल ऑर्डरों के डिलीवरी भी एक सप्ताह उम्मीद कर रही है. कंपनी द्वारा 2015 में वैश्विक सेलिंग कार्यक्रम की शुरुवात की गई थी. इस कार्यक्रम के जरिए वह लघु एवं मध्यम बिजनेसेज को अपने प्लेटफॉर्म से जोड़ना और अपने 30 करोड़ गतिशील उपभोक्ता के बेस को उनके साथ शेयर करना चाहती थी. इसके मध्य भारतीय सेलर्स अमेरिका, यूरोप और ऑस्ट्रेलिया के अलावा एमेजॉन के B2B वैश्विक बाजार जगह पर अपने प्रॉडक्ट्स की बिक्री कर सकते हैं।

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Source- Navbharat Times

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